कल रात बड़ी खूबसूरत बात हुई
बड़े दिनों बाद मेरे घर बरसात हुई।
बरसों से पत्थर हुयी आँख हस पड़ी
बड़े अर्से बाद थी अपनी मुलाकात हुई।
लिपटकर तुझसे मै खूब रोया
कोई बात बढ़कर जज्बात हुई।
--‘जान’
‘पुरानी डायरी के
झरोखे से’
20 मार्च 06